5 EASY FACTS ABOUT पारद शिवलिंग और स्फटिक शिवलिंग DESCRIBED

5 Easy Facts About पारद शिवलिंग और स्फटिक शिवलिंग Described

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- घी से अभिषेक करने से वंश विस्तार होता है।

वरील पद्धतीने रोजची पूजा करू शकता पण पहिल्या दिवशी स्थापन करताना जो पहिला अभिषेक असेल तेव्हा पंचामृताने अभिषेख करावा नंतर ऐं ह्रीं श्रीं ऊं नम: शिवाय: श्रीं ह्रीं ऐं किंवा नमः शिवाय ने १०८ बेल शिव पिंडीवर अर्पित करावा त्यावर प्रत्येक वेळी बेलावर चंदन लावून हा अर्पण करावा थोडा वेळ लागला तरी चालेल. 

घर में धातु का शिवलिंग है, तो यह सिर्फ सोने चांदी और तांबे से बनी होनी चाहिए। इस पर एक नाग भी लिपटा रहना चाहिए।

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सफ़ेद कपड़े को बिछाकर पारद शिवलिंग को विराजित करना चाहिए।

असली पारद शिवलिंग की पहचान करना सबसे मुश्किल काम है यह एक ऐसा  प्रश्न है जो सबसे ज्यादा  पूछा website जाता है। अगर हम इधर उधर की बात न करे तो असली पारद शिवलिंग को पहचान पाना बहुत ही मुश्किल है।  क्यों कि असली और नकली दिखने में एक जैसे होते है इनमे कोई फर्क नहीं होता।  असली या नकली पारद शिवलिंग  बेचना दुकानदार के ऊपर निर्भर करता है।  लेकिन अगर आप फिर भी  जांचना चाहे तो आप उसकी फिनिशिंग से देख सकते है कि वो असली है या नकली। एक बात ध्यान रखियेगा  कि असली और नकली दोनों ही तरह के पारद शिवलिंग हाथ पर घिसने से कालिख  छोड़ते है। और ये बात बिलकुल झूठ है कि यह पानी से भीगने के बाद धूप में रख देने से शुद्ध सोने की तरह चमकने लगता है ।  पारा कभी भी सोने की तरह नहीं लगता है।  ये बस एक ट्रिक है।  

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पापक्षयार्थी मधुना निर्व्याधि: सर्पिषा तथा।।

वास्तु शास्त्र के हिसाब से शिवलिंग की जलधारा हमेशा उत्तर की ओर होनी चाहिए। यह काफी शुभ माना जाता है। किस तरह का शिवलिंग रखना शुभ

रसात्परतरं लिंग न भुतो न भविश्यति।।    (शिव निर्णय रत्नाकर)

घर में रखे हुए शिवलिंग का अभिषेक अवश्य करना चाहिए।

पं. शर्मा के अनुसार घर में हाथ के अंगूठे के पहले भाग से बड़ा शिवलिंग नहीं रखना चाहिए। जहां शिवलिंग रखा हो, वहां साफ-सफाई का विशेष ध्यान रखना चाहिए। रोज सुबह-शाम शिवलिंग के पास दीपक जलाएं। भोग लगाएं। घर में क्लेश न करें और शिवजी के मंत्रों का जाप करें।

सकारात्मक वातावरण: यह शिवलिंग नकारात्मक विचारों और भावनाओं से घर के सदस्यों की रक्षा करता है, जिससे घर में सकारात्मक वातावरण का निर्माण होता है।

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